Noted NestAug 31, 20241 min readना जाने ये दुश्मनी भी कैसी होती हैBy Dasi Ashu Aka Harsha Soniना जाने ये दुश्मनी भी कैसी होती हैजब कोई इसे निभाता हैतो उसे भी दिल के करीबआकर ही निभाता हैBy Dasi Ashu Aka Harsha Soni
By Dasi Ashu Aka Harsha Soniना जाने ये दुश्मनी भी कैसी होती हैजब कोई इसे निभाता हैतो उसे भी दिल के करीबआकर ही निभाता हैBy Dasi Ashu Aka Harsha Soni
KhamoshiBy Faheed Amin Khamoshi se dosti kar baitha tha kabhi Aaj wohi khamoshi sehaar nahi jaati Jitni baatein thi, sab aankhon mein chhupi thi...
मेरी कलम By Saddam Khan उसकी चाहत नहीं छोड़ता।। मैं इबादत नहीं छोड़ता।। मैं बहाने बनाता रहूं, अपनी आदत नहीं छोड़ता।। हां मुझे गम से फुर्सत नहीं,...
Nice poem , nice work , thankyou