By Shrawan Mali
जिंदगी के गीत गाते चलो
कुछ बातें खुद से तो, कुछ दोस्तो को बताया करो
कभी-कभी अपनो से मोहब्बत भी जताया करो,
सब काम जरूरी होते है जीवन में मेरे दोस्त
लेकिन अपनो के साथ जरा समय बिताया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
कि मायूसी का दौर तो चलता ही रहेगा
नाखुशी का ये मंजर तो चलता रहेगा
तुम जरा ख़ुशियो की नुमाइश कराया करो
हँसते-मुस्कुराते, खिलखिलाते रहो जिंदगी में
मायूसी में भी मुस्कुराया करो
जिंदगी के जीत गाते चलो।
तूफान आते है, आँधिया आती है
दोस्त बनते है, दुश्मनी होती है
रूठना होता है ,मनाना होता है
चलना होता है,रूक जाना होता है,
इन सब में खुद को ना गवाया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
कभी कांटे भी चुभ जाते है
रूककर उन्हें निकालना होता है
गमो को इकट्ठा ना किया करो
उन्हें दोस्तो में बांटना होता है।
पढो, सिखो, कहो ,लिखो
सबकुछ करो जीवन में
लेकिन अपने स्वार्थ के लिए
किसी का दिल ना दुखाया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
रब, खुदा, ईश्वर ,प्रभु ,साँई
अलग-अलग नहीं सब एक है
विडंबना तो सिर्फ इतनी है कि
यहाँ सभी के मत अनेक है।
धरती एक, आसमान भी एक है
सूरज एक ,चाँद भी एक ही है
भारत एक, जगत भी एक है
वसुधैव कुटुंबकम की यही
बात सभी को बताया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
जीने की उम्मीद में जीते जाओ
पलो को संजोये जीते जाओ,
हरदम मुस्कुराना कोई अच्छी बात नही
लेकिन दो पल मुस्कुराने में कोई हर्ज नही।
गीतो की माला में शब्द पिरोना अच्छा है
शब्दो की माला में अहसास पिरोना अच्छा है
साथियो के साथ में तो साथी ही रहते है
कवियो की महफिल में कवि होना अच्छा है।
पिंजरे में पंछी को बांधना अच्छा नही होता
बे वजह रूठ जाना भी अच्छा नही होता
जो तुम्हारी किमत है वह कोई चुकाये
फिर किमत बढाना अच्छा नही होता।
रोज जीतते है ,रोज हार जाते है
रोज जीतते है,रोज हार मानते है
अपनों के साथ दो पल हँसी के बिताया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
फल की किमत तुम्हे अच्छे से मालूम होगी
मगर यूँ पंखुडी से अचानक किनारा नही करते।
जिंदगी के फलसफे की बडी अनोखी बात है
कभी सुनी-सुनाई तो कभी अनसुनी आवाज है,
तलब है मुझे जीवन जीने की मेरे साहिब
मुझे अपनी जिंदगी से बेहद ही प्यार है।
ख़ुशियो के मंजर को हर रोज जीता हुँ
रूठना-मनाने से बेइंतिहा दूरी है मेरी
मुझे जीना आता है साहिब
मैं खिलखिलाकर जीता हूँ।
कसमशकश में क्यों जिये
जीने आये है खुलकर जिये,
किसी को मायूस ना होने दे
किसी की बेवजह रोने ना दे
हँसने की गुजांइश बनाते चलो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
मन में जितना प्रेम करते हो
उतना बाह्य रूप में किया करो
किस्मत चमकनी होगी तो
चमक ही जायेगी श्रवण
यूँ चमक के पीछे ना दौडो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
मेहनत से दोस्ती कर लो
किस्मत से अपनत्व कर लो
पानी से आग का जो संबध है
वैसा संबध तुम सबसे कर लो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
जीवन में जरा मुस्कुराया करो
औरो को हँसना सिखाया करो
लकीरे तो बदल ही लेगी राह
अपनी राह सुगम बनाया करो
जिंदगी के गीत गाते चलो।
मिलना मुक्ददर में हो सबसे
सबसे अजीज दोस्ती हो
मेहनत से बाँधे पुल हो जाओ
बारिश से खिले फुल हो जाओ
सभी को राह देना तुम्हारी मंजिल हो
जीवन महकाये वह इत्र हो जाओ।
करीबी पंसद होती है जिसे
उसे दुरी से क्या लेना होता है
सच्चाई पंसद होती है जिसे
उसे बुराई से क्या लेना होता है।
खिल जाओ फुल की तरह
सिंचते जाओ माली की तरह
चढाओ प्रभु को मीत रूप से
जीवन के सच्चे मीत की तरह।
जिंदगी के गीत में सुर नये पिरोकर
सुरो की नई तान छेडते जाओ
पल-पल मुस्कुराते जाओ
जिंदगी के गीत गाते चलो।
By Shrawan Mali
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