top of page
Noted Nest

कब होगी।।...

By Abhimanyu Bakshi



मौसम मोहब्बत का यूँ तो अज़ल से है,

उल्फ़त की बरसात कब होगी।


शुक्रिया जो बुलाया हमें दावत पे,

पर दिल की मुलाक़ात कब होगी।


सिर्फ़ तारीफ़ों से बज़्म बेगानी लगती है,

चुभने वाली बात कब होगी।


तकल्लुफ़ ख़त्म हो गया हो तो पूछूँ,

रिश्ते की शुरुआत कब होगी।


अपना दिल वापिस चाहिए, बताओ,

भंगार की ख़ैरात कब होगी।


तुम कहते थे ज़िंदगी चार दिनों की है,

बताओ, चौथी रात कब होगी।।…


By Abhimanyu Bakshi




96 views6 comments

Recent Posts

See All

Ghazal

By Murtaza Ansari आओ बैठो मेरी कुछ बात अभी बाकी है इस खामोश शख्स की आवाज़ अभी बाकी है ऐ काश यहाँ पर होता कोई अपना मेरा मेरे अपनों की मेरे...

हबीब कोई।।...

By Abhimanyu Bakshi आसमान को दिखाया है मैंने उसका रक़ीब कोई, बदलता है मौसम जैसे यहाँ पर हबीब कोई। उसे नई ख़ुश्बूओं से मिले फ़ुरसत, मैं...

मर गए हैं हालात।।...

By Abhimanyu Bakshi (भूलियेगा नहीं, जब अगस्त 2024 में इंसानियत की हत्या हुई थी…)  अब मंदिरों से बुत हटवा दीजिए, उनकी जगह धन-दौलत रखवा...

6 Comments


Shikha Sachdeva
Shikha Sachdeva
Nov 11, 2024

Beautiful lines👌👌

Like

Muskan Datta
Muskan Datta
Nov 10, 2024

Amazing work!

Like

seema pahwa
seema pahwa
Nov 10, 2024

Fantastic 👌🏻

Like

Piyushgarment
Nov 10, 2024

Beautiful lines

Like

raghav kalra
raghav kalra
Nov 10, 2024

Very Good ❤️❤️

Like
bottom of page