By Neha Chaudhary
बिना उसके ये जहाँ कुछ नहीं,
बिना उसके इंसा कुछ नहीं l
वो है तो जहाँ है,
वो है तो इंसा है,
फिर उसका अस्तित्व कहाँ है l
वो इतनी अनमोल है,
फिर भी उसका मोल नहीं l
उसी से हम हैं,
फिर वो हममे क्यों नहीं l
कहीं माँ तो कहीं बहन तो बेटी है कहीं
वो जीवन है हमारा,
उसके बिना हम कुछ नहीं
उसके बिना हम कुछ नहीं...................l
वो होठों की मुस्कान है,
हम सबकी वो पहचान है,
वो है आधार हमारे जीवन का
करती सबका कल्याण है l
कहीं माँ बनके दुलारे,
कहीं बहन बनकर फटकारे,
तो कहीं बेटी बन घर सम्हाले
वो हर किरदार निभाए
हर मोड़ पर वो मुस्काये,
हां हम उसी से हैं
ये बात फिर क्यों समझ ना आए l
हर कदम पे वो साथी बनी,
वो डरती भी कभी नहीं l
ये सोच लो मेरे यारों सब
उसके बिना हम कुछ नहीं
उसके बिना हम कुछ नहीं................. l
By Neha Chaudhary
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