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Noted Nest

Gazal-2

Updated: Oct 2, 2024

By Sachin Mujumdar



अपनी आँखों में वो हुस्न के राज़ रखती है 

खुद से भी खूबसूरत अपने अंदाज़ रखती है


लोगो पर उनकी वो बाते कर जाती है ऐसा असर 

गले में अपने जो वो ऐसी जादुई आवाज़ रखती है


नए ज़माने की सोच का ध्यान रखती है वो गर 

साथ ही ख़ानदानी अपने वो रीती रिवाज़ रखती है


उसकी ही धुन पर नाचेंगी अब ये सारी कायनात भी 

अपने हाथों में ग़ज़ब के जो वो साज़ रखती है


By Sachin Mujumdar




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4 opmerkingen


Kya khoob kahate ho, bada sundar likhate ho.

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Vipin Bhargava
Vipin Bhargava
21 jun 2024

बेहद ख़ूबसूरत नज़्म

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Suchi Prashant
Suchi Prashant
16 jun 2024

बेहद ख़ूबसूरत अंदाज़ में ज़ज़्बातो को पिरोकर बनी हुई नज़्म है...👌🏻😍

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गजल पढ़ते ही समक्ष जैसे विनावादिनी देवी स्वरूपा की तस्वीर उभर आती है बहुत सुंदर वर्णन है

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