By Aayushi Dey
कहना था कुछ तुमसे ।
अब ना हो पाएगा हमसे ।
खड़े थे तुम्हारे घर से ,थोड़ी दूर ।
लिए कागज़ पर, प्यार की सौगात ।
तभी नज़र पड़ी ,एक सुंदर सी लड़की
से ,हो रही थी तुम्हारी मुलाकात ।
कदम थम गए हमारे ।।
बस अभी सुना, की होनेवाली भाभी थी वो हमारी।
सारी कहानी मन में गढ़ने की, भूल थी हमारी ।
अब तो दिन, हफ्ते, महीने ,साल बीत गए ।
अब तो कहाँ निकलेंगे अल्फाज़ हमारे ।
अब तो वक्त की भी कीमत है।
सच कहूँ ,तो ठुकरा जाने की प्यार मे।
हमारी भी कहाँ हिम्मत है ।।
By Aayushi Dey
👌👌
Sweet ❤️👌👌😍
❤️
Outstanding 👍
👌👌