By Aayushi Dey
गम का साया आया था ।
आँसुओं का वो बादल फट पड़ा ।
जो सालों से दिल मे समाया था ।।
कितने देखे, उतार-चढ़ाव इस ज़िन्दगी मे
पर अपने कमज़ोर ना पड़ जाए ।
इसलिए ,ना जुटा पाए हिम्मत रोने की ।।
आज जब किसी की कमी है ।
सभी की आँखों मे नमी है।
शायद आज ,आँखों से निकले आँसुओं को
ना बताना पड़े पानी ।
शायद ,खुल के रोने की इजाज़त
तब ही मिलती है ।
जब नौबत आ जाए किसी को खोने की ।।
By Aayushi Dey
Nice
🥺🥺
👍👍👍
Beautiful ❤️
Painfully beautiful