By Ankur Kumar Tiwari
गौर करो तो हॉय,
तेरे हर सवाल पर हां आये,
फकत दिल-ए-नादान रखा है रक़ीब के पास,
उस पर भी तिरछी नज़रों से वार हॉय...
अच्छा है जान्ना की घायल हूं,
मगर दर्द तेरा ऐहसास से बढ़ाना, हॉय...
कि ये अंदाज-ए- हया ये तबस्सुम तेरा,
ख़ामोश नज़रों से सब कुछ कहना,
और कभी बात कहीं बिगड़ जाए,
तो तेरी झुकी नज़रें, हाय...
By Ankur Kumar Tiwari
Ye shaayari aaye haaye😍
Superb vro❤️❤️❤️